सिक्स सिग्मा हेल्थकेयर एक्सीलेंस अवार्ड: सेना प्रमुख ने किया वीरों को सम्मानित

सिक्स सिग्मा हेल्थकेयर एक्सीलेंस अवार्ड: सेना प्रमुख ने किया वीरों को सम्मानित

सेहतराग टीम

सिक्स सिग्मा के हेल्थकेयर एक्सीलेंस अवार्ड में आर्मी प्रमुख जनरल बिपिन रावत द्वारा परमवीर चक्र विजेता कैप्टन बाना सिंह (24,500 फीट की ऊंचाई पर जंग लड़ी) और कैप्टन सूबेदार योगेन्द्र सिंह यादव को सम्मानित किया गया। कैप्टन बाना सिंह के नाम से बाना पोस्ट का नाम रखा गया। योगेन्द्र सिंह यादव ने कारगिल युद्ध में अपनी बहादुरी का परिचय देते हुए देश का झंडा कारगिल चोटी पर फहराया था। इस दौरान आर्मी प्रमुख जनरल बिपिन रावत ने शिक्षण संस्थानों और विश्वविद्यालय की शिक्षा व्यवस्था पर सवाल उठाए। उन्होंने कहा कि नेतृत्व की यह खासियत होती है कि वह सभी को साथ लेकर चलता है। एक सफल नेतृत्व वहीं है जो समाज में एकजुटता का संदेश देता है। आजकल ऐसे बहुत से संस्थान और विश्वविद्यालय हैं जो हिंसा की शिक्षा दे रहे हैं। जिस पर हमें एक बार फिर ध्यान देने की जरूरत है। आर्मी में सैनिकों को विषम से विषम परिस्थति में भी डट कर देश की रक्षा करने के लिए प्रशिक्षित किया जाता है जब कहीं जाकर एक सैनिक तैयार होता है जो दुर्गम क्षेत्रों में भी देश की रक्षा कर रहा होता है। आर्मी प्रमुख और चीफ ऑफ द स्टाफ जनरल बिपिन रावत ने कहा कि सेना के जवान -45 से -50 डिग्री सेल्सियस की विषम परिस्थितियों में देश की रक्षा के लिए तत्पर रहते हैं, उन्हें आर्मी प्रशिक्षिण में हारना नहीं सिखाया जाता। सेना जवानों में नेतृत्व क्षमता के ऐसे ही गुणों को विकसित करता है जिसमें वह कभी हार नहीं मानते, उन्होंने कहा कि मुझे आश्यर्च होता है आजकल संस्थाना और विश्वविद्यालय में कैसे हिंसा की घटनाएं हो हैं संस्थान नेतृत्व के परिचायक होते हैं संस्थान और विश्वविद्यालयों से हिंसा का संदेश दिया जा रहा है यह दुखद है। उन्होंने अपने संबोधन में कहा कि आर्मी जवान नाम, नमक, निशान, वफादारी और इज्जत इन पांच मूल वाक्यों को ध्यान में रखकर सेवा में काम करता है। उन्होंने अपने प्रशिक्षण शिविर की यादों को जाता करते हुए कहा कि हमें यह कहकर बॉर्डर पर भेजा जाता था कि आपको देश की इज्जत का ध्यान रखना है याद रहें बेइज्जत होकर वापस नहीं आता है। यही कारण है कि सरहिंद का हर जवान अपने प्राणों की बाजी लगाकर भी मातृभूमि की रक्षा करता है।

सिक्स सिग्मा हेल्थ केयर के आर्गेनाइजिंग चेयरमैन डॉ. प्रदीप भारद्वाज ने कहा कि सिग्स सिग्मा हेल्थ केयर हाई ऑल्टीट्यूड व दुर्गम पहाड़ियों में लोगों को स्वास्थ्य सेवा उपलब्ध करा रहा है। उन्होंने कहा कि हमारे देश में तीर्थ यात्राएं बहुत होती है लेकिन सभी भगवान भरोसे होती हैं। सिक्स सिग्मा का उद्देश्य ऐसी जगहों पर चिकित्सा सेवा उपलब्ध कराना है जहां चिकित्सक नहीं पहुंच पाते, हम माउंटेन मेडिसिन के नाम से भी लोगों को हाई ऑल्टीड्यूड मेडिसिन का प्रशिक्षण देते हैं। कार्यक्रम में उपस्थित एम्स ऋषिकेश के निदेशक डॉ. रजनीकांत ने कहा कि सफलता एक दिन में हासिल नहीं होती, लिडरशिप का गुण विकसित करने के लिए आपको दस हजार घंटे तल्लीनता से काम करना होता है। एम्स के निदेशक डॉ. रणदीप गुलेरिया ने कहा कि चिकित्सा क्षेत्र में कई नए प्रयोग हुए है तकनीकी में भी बदलाव हुए है लेकिन हमें जमीनी समस्याओं पर भी काम करना है। इसके लिए ऐसे संस्थानों की जरूरत है जो चिकित्सा एवं स्वास्थ्य की सही जानकारी दे सकें। सिक्स सिग्मा हेल्थ केयर के साथ हमने कई प्राकृतिक आपदाओं में पुर्नवास शिविर लगाए, बद्रीनाथ बाढ़ के समय प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी जी ने राहत कार्यों की सराहना की। हेल्थ केयर महाकुंभ में स्वास्थ्य क्षेत्र के 1500 प्रतिनिधियों ने भाग लिया। इस बार सेमिनार की टैग लाइल लीडर्स हू इंस्पायर हेल्थकेयर रखा गया। कार्यक्रम में वियतनाम की प्रतिनिधि ने बताया कि अंर्तराष्ट्रीय समझौते के तहत सिक्स सिग्मा वियतनाम सरकार के साथ मिलकर वियतनाम में हाई ऑल्टीट्यूड पर काम करेगा।

सिक्स सिग्मा हेल्थ केयर के बारे में-

सिक्स सिग्मा भारत सरकार द्वारा ई गर्वेनेंस से सम्मानित पहला स्वास्थ्य केयर संस्थान है। जो हाई ऑल्टीड्यूड पर चिकित्सा सेवाएं उपलब्ध कराता है। हेल्थ केयर संस्थान द्वारा चारधाम यात्रा के दौरान केदारनाथ, श्री मद्येश्वर धाम और श्री तुंगनाथ धाम में मेडिकल सुविधाएं प्रदान की हैं। तीर्थ यात्राओं के दौरान सिक्स सिग्मा हेल्थ केयर द्वारा 56,000 से अधिक श्रद्धालुओं को चिकित्सीय सेवाएं दी गई हैं। ब्रदीनाथ बाढ़ आपदा के समय हेल्थ केयर के आपदा प्रबंधन को प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी द्वारा सराहा गया। राष्ट्रीय आपदा प्रबंधन एनडीआरएफ के पूर्व महानिदेशक संजय कुमार द्वारा सिक्स सिग्मा को यूनिक संस्थान बताया गया।

 

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